आमला सारणी की दूरी और समय व खर्चे की बचत एक मात्र विकल्प, आमला से सड़क मार्ग ग्राम आवरिया, थानी, खटगढ़ होते हुए बेलोंन्ड से सारणी को जोड़े सरकार
आमला: “तस्वीरें लेना भी जरूरी हैं गालिब, सत्ता में बैठी सरकारे अपनी विफलताएं बयान नहीं करती” जिसे धरातल पर उतारने की पुरजोर कोशिश करते नजर आए प्रेस क्लब ऑफ वार्किंग जर्नलिस्ट आमला नगर अध्यक्ष श्री आसिफ लांघा जो कि ग्रामीणों के साथ ही युवा साथियों को आमला से कदम दर कदम पदयात्रा करते हुए ग्राम आवरिया होते हुए थानी, खटगढ़ होते हुए बेलोंन्ड बोरीखुर्द सारणी मार्ग पहुंचकर कहा की खटगढ़ से बेलोन्ड मार्ग की दूरी मात्र 5 किलोमीटर की है,और आराम से सड़क मार्ग बनाया जा सकता है। जिससे आमला से सारणी की दूरी मात्र 20 किलोमीटर रह जाती है। जबकि बरसों से सारणी जाने के लिए बोरीखुर्द होते हुए जाना पड़ता है। जिसमे समय के साथ ही 34 किलोमीटर की दूरी ज्यादा है, अगर यह सड़क बनती है, तो लगभग 15 किलोमीटर कम और समय व खर्चे की भी बचत होंगी। वही ग्रामीण अंचल के लोगों को रोजी रोज़गार के साथ ही बाजार हाट के लिए भी राह आसान होंगी। जबकि वर्षों बीत गए सड़क निर्माण स्वीकृति के चर्चा सुनते चले आ रहे क्षेत्रवासी, वही बुद्धिजीवी ग्रामीणों ने कहा सड़क निर्माण कार्य अब शुरू होगा, तब शुरू होगा, किसीको कोई सटीक जानकारी नहीं, की कब शुरू होगा। जिस कारण प्रेस क्लब ऑफ वार्किंग जर्नलिस्ट आमला ने ग्रामीणों के साथ ही आमला के युवा साथियों का दल बनाकर आमला से ग्राम आवरिया, थानी, खटगढ़, होते हुए बेलोंन्ड का भ्रमण किया, जिस में मात्र 5 किलोमीटर की सड़क निर्माण कार्य आमला सारणी परिवहन कहो या आवागमन के लिए 15 किलोमीटर के साथ समय और बड़े पैमाने पर खर्चे की बचत आमजन की कर सकता हैं। जबकि सूत्रों के अनुसार आमला सारणी विधान सभा क्षेत्र में कई सड़कों का निर्माण कराए जाने की चर्चा सुनते चले आ रहे हैं। उक्त सड़काें का निर्माण कराया जाता हैं, तो कच्चे रास्तों पर आवागमन करने वाले राहगीरों की राह आसान होगी और आमला सारणी वासियों को बड़ी राहत मिलेंगी। चुकी वर्तमान में आमला बोरीखुर्द होते हुए सारणी आवागमन करना पड़ता है। जिस में बोरी घाट राहगीरों की सबसे बड़ी समस्या है, वही करीब करीब 15 किलोमीटर आवरिया मार्ग की तुलना मे अधिक चलना पड़ता हैं। जो कि मेलघाट ग्रामीण अंचल होने के कारण ग्रामीण दु चक्का वाहन का उपयोग अधिक करते हैं, जिस में प्रति वाहन कर्ता दो से तीन सवारी की तरह बैठाकर बोरीघाट चढ़ता है। जिसमें कई तरह की समस्या राहगीरों को होते देखी जा सकती है। वही पीसीडब्ल्यूजे के अनुसार सड़कें बनने से राहगीरों की राह होंगी आसान, चुके इन दिनों आवरिया से बेलोंन्ड यह सभी मार्ग कच्चे होने के कारण इनपर वाहन चलना मुश्किल है, किंतु सड़क मार्ग निर्माण किया जाता है तो आमला और सारणी के व्यापारीक संबंध बढ़ सकते है, इसमें कोई दो राय नहीं। वही विजय पारदी ने कहा पूर्व में भी
रोड बनाने की मांग की गई,
ग्रामीणों और आमला के जनप्रतिनिधियों द्वारा कई बार बोरीखुर्द में क्षेत्रीय जनप्रतिनिधि को अवगत भी कराया गया, किंतु निराकरण शून्य निकला, आज भी स्थानीय ग्रामीण सड़क निर्माण शुरू होने का इंतजार कर रहे है। चुकी
आमला से ग्राम आवरिया, थानी, खटगढ़ सड़क निर्माण कार्य में कहा कहा रुकावट हों रही, जिस कारण सड़क निर्माण नहीं किया जा रहा जिस का भ्रमण प्रेस क्लब ऑफ वार्किंग जर्नलिस्ट आमला नगर अध्यक्ष मोहम्मद आसीफ लंघा, सलमान खान, विजय पारदी, शशिकांत, दुर्गेश डांगरे, कमाल डेग्रे, विनोद, मनोहर चौहान, झाब्बू, कृष्णा, शिवराम, गोलू , वीरू पटेल, सुरेंद्र, कन्हैया, गोपाल, रूपेश, अखिलेश, राहुल गोहें, मनोज कुमरे, दीपक कुमरे, कुलदीप कुमरे, आसाराम कुमरे, कृष्ण कवाडे, भगवान दास, मंजू बाबा, गणेश गोहें, सरपंच थानी, राहुल सोलंकी, आकाश गोहें ,पंकज बिंजवे के साथ ही भारी संख्या में ग्रामीण जन शामिल हुए।