नरसिंहपुर, 04 दिसम्बर 2024. “हम होंगे कामयाब” अभियान के तहत कलेक्टर श्रीमती शीतला पटले के निर्देशन में कलेक्ट्रेट के जनसुनवाई हॉल में राज्य ग्रामीण आजीविका मिशन- एसआरएलएम के तहत जेंडर संसाधन केन्द्रों/ लोक अधिकार केन्र्द और वन स्टॉप सेंटर तथा ऊर्जा महिला डेस्क के समन्वय से हिंसा उन्मुलन के लिए कार्ययोजना के संबंध में कार्यक्रम का आयोजन किया गया। कार्यक्रम में संस्थागत संबंधों को मजबूत करने के संबंध में चर्चा की गई।
कार्यक्रम में राज्य ग्रामीण आजीविका मिशन- एसआरएलएम नरसिंहपुर से तबीस रेजा युवा सलाहकार आजीविका ने जेंडर संसाधन केन्द्र/ लोक अधिकार केन्द्र की अवधारणा के बारे में बताया गया। उन्होंने बताया कि यह केन्द्र जेंडर आधारित विषमता को दूर करने, ग्रामीण स्तर पर महिलाओं को शासकीय योजनाओं की जानकारी देने व इनका लाभ दिलवाने, हिंसा/ अपराध की शिकार महिलाओं की शिकायतों को उचित ऐजेंसी तक पहुंचाने का कार्य कर रही है। इसके तहत सीआरपी का गठन किया गया है, जिसमें प्रत्येक ब्लॉक में 02 समता सखी एवं एक समता समन्वय कार्यरत हैं। जिले में कुल 78 सीआपी गठित की गई है। इनका मुख्य कार्य 10 मॉड्यूल के द्वारा जागरूकता फैलाना है।
महिला थाना की उप निरीक्षक सुश्री दिव्या सनोडिया ने ऊर्जा महिला डेस्क के संबंध में जानकारी दी। उन्होंने बताया कि प्रत्येक थाने में केवल महिलाओं से संबंधित किसी भी प्रकार की शिकायत के लिए कार्य किया जाता है। ऊर्जा महिला डेस्क के माध्यम से महिलाओं द्वारा की गई शिकायत जो किसी भी विभाग से संबंधित हो, उसे भी संबंधित विभाग को रेफर किया जाता है। उन्होंने महिला थाने के संबंध में जानकारी देते हुए बताया कि महिलाओं/ बच्चियों के विरूद्ध लैंगिक आधार पर किये गये अपराध जैसे ऐसिड अटैक, घरेलू हिंसा, दहेज, लैंगिक हिंसा, उत्पीड़न आदि मामलों के लिए महिला थाना स्थापित किये गये हैं। कोतवाली ऊर्जा डेस्क प्रभारी आरक्षक कु. योगिता यादव ने भी ऊर्जा डेस्क एवं महिला वन स्टॉप सेंटर नरसिंहपुर प्रभारी प्रशासक श्रीमती नीरजा वर्मा ने वन स्टॉप सेंटर के संबंध में बताया। उन्होंने बताया कि किसी भी प्रकार की हिंसा की शिकार महिलाओं के लिए 24 घंटे सातों दिन के सहायता उपलब्ध कराई जाती है। एक ही छत के नीचे महिलाओं को आश्रय, काउंसलिंग, चिकित्सा, विधिक सहायता एवं पुलिस सहायता उपलब्ध कराई जाती है। वन स्टॉप सेंटर के माध्यम से अब तक 1500 से अधिक महिलाओं